ईरानी रक्षा मंत्री ने दक्षिण अफ़्रीकी रक्षा मंत्री एंजी मोचिका के साथ टेलीफ़ोन पर बातचीत में, गज़्ज़ा पर ज़ायोनी हमलों की निंदा और फ़िलिस्तीन के पक्ष में दक्षिण अफ़्रीका के रुख़ की प्रशंसा करते हुए कहा कि दक्षिण अफ़्रीका का रुख़ अन्याय और नस्लवाद के ख़िलाफ़ ऐतिहासिक संघर्ष को दर्शाता है।
उन्होंने ज़ायोनी हमलों का ज़िक्र करते हुए कहा कि रिहायशी इलाकों और सैन्य कमांडरों पर हमला अंतरराष्ट्रीय क़ानून का स्पष्ट उल्लंघन है। हमने इसका कड़ा और प्रभावी जवाब दिया, जिसके बाद ज़ायोनी शासन ने अमेरिका के ज़रिए युद्धविराम का अनुरोध किया। हालाँकि, ईरान आगे किसी भी कार्रवाई की स्थिति में ज़ोरदार जवाब देने के लिए तैयार है।
उन्होंने आगे कहा कि अब समय आ गया है कि ईरान, दक्षिण अफ़्रीका और अन्य ब्रिक्स देश अमेरिकी और ज़ायोनी प्रभुत्व के ख़िलाफ़ प्रभावी क़दम उठाएँ।
दूसरी ओर, दक्षिण अफ़्रीकी रक्षा मंत्री मोचिका ने ईरान के प्रति अपना समर्थन दोहराते हुए कहा कि हमारा देश और सरकार ईरानी राष्ट्र पर हमलों के ख़िलाफ़ है और हम ईरान की क्षेत्रीय अखंडता का पूरा समर्थन करते हैं। ईरान की रक्षा सेना ने दुनिया भर के स्वतंत्रता सेनानियों का हौसला बढ़ाया है।
उन्होंने कहा कि ईरान की ताक़त सभी देशों के लिए उत्साहजनक है। ईरान अतीत में हमारे साथ खड़ा रहा है और दोस्ती की कीमत चुकाई है, अब खतरे के इस समय में ईरान के साथ खड़े होने की हमारी बारी है।
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